शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य भी आवश्यक
एल एन आयुर्वेद महाविद्यालय भोपाल मध्य प्रदेश में विशेष उद्बोधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय सह संगठन सचिव डॉ मुरली कृष्ण जी उपस्थित थे । विशिष्ट अतिथि के रूप में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मिहिर जी व आरोग्य भारती के मध्य भारत प्रांत के संगठन सचिव मुकेश दीक्षित , प्राचार्य डॉ सपन जैन व निर्देशक डॉ विशाल शिवहरे उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धनवंतरी के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोफेसर डॉ शैलेश जैन द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत औषधीय पौधों के साथ किया गया । तत्पश्चात मुख्य वक्ता मुरली कृष्ण जी ने अपने उद्बोधन में वर्तमान परिपेक्ष में स्वास्थ्य और चिकित्सा पर अपना विशेषज्ञ उद्बोधन दिया ।
डॉ मुरली कृष्ण जी ने कहा कि आज हम नेचर के विपरीत खान पान और रहन-सहन कर रहे हैं, जिसकी वजह से हम निरंतर बीमार होते जा रहे हैं । आज कोई पथ्य का पालन नहीं करना चाहता, जीवन शैली बिगड़ी हुई है, आहार विहार में परिवर्तन हुआ है अग्नि (डाइजेशन कैपेसिटी)की अपेक्षा आज कोई भोजन ग्रहण नहीं करता और आज मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है टेंशन, अनिद्रा ,डिप्रेशन आदि से सभी लोग पीड़ित है। ऐसे समय में आवश्यकता है चिकित्सा हेतु तीन तरीके की एप्रोच की पहली पॉजिटिव दूसरी प्रोमोटिव और तीसरी प्रीवेंटिव एप्रोच।
आज डॉक्टर को पेशेंट को दवा लिखने के साथ-साथ उन्हें मोटिवेट करने की और उनकी प्रॉपर काउंसलिंग करने की अत्यंत आवश्यकता है । उद्बोधन सत्र के बाद में छात्र-छात्राओं के साथ प्रश्नोत्तर भी हुआ । तत्पश्चात मुख्य वक्ता का स्मृति चिन्ह व श्रीफल के साथ सम्मान किया गया । अंत में निर्देशक डॉ विशाल शिवहरे के आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।